रिश्ते जोड़े बस तोड़ना सीखा नहीं
साथ चले फिर छोड़ना सीखा नहीं।
बहुत बदला जमाने की बदल में
कहा अपनों का मोड़ना सीखा नहीं।
दुनिया का हर कोना हमने जोड़ा
टूटे दिलों को जोड़ना सीखा नहीं।
बस जैसे हैं हाज़िर हैं तेरे सामने
लिबास छद्म ओढ़ना सीखा नहीं।
टूटे हैं मगर इंतज़ार उम्र भर करेंगे
होंसला हमने यूँ छोड़ना सीखा नहीं।
साथ चले फिर छोड़ना सीखा नहीं।
बहुत बदला जमाने की बदल में
कहा अपनों का मोड़ना सीखा नहीं।
दुनिया का हर कोना हमने जोड़ा
टूटे दिलों को जोड़ना सीखा नहीं।
बस जैसे हैं हाज़िर हैं तेरे सामने
लिबास छद्म ओढ़ना सीखा नहीं।
टूटे हैं मगर इंतज़ार उम्र भर करेंगे
होंसला हमने यूँ छोड़ना सीखा नहीं।
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