प्यार के किस्से हैं संक्षेप नहीं हुआ करते
ह्रदय से निकाला, हम चेप नहीं हुआ करते।
टूटे हैं भाव ह्रदय के, तोड़े सपने अपनों ने
जो हैं अपने, उनपे आक्षेप नहीं हुआ करते।
अपना समझा तो कैसे जीना हुआ दूभर
क्रोध से तो काल -क्षेप* नहीं हुआ करते।
इतना ही कहा चलो आसमां समन्दर तक
यकीं जानो हर रिश्ते में रेप नहीं हुआ करते।
हम ह्रदय पर चलती हल्की सी कलम हैं
दबाव दूर राय में भी हस्तक्षेप नहीं हुआ करते।
हम तुम्हारा मान और स्वाभिमान बने हैं
इतराओ नज़रे उठाओ यूँ झेंप नहीं हुआ करते।
जाना है बस जाने की खातिर तो साफ़ कहदो
झूठी मुठी यूँ तो प्रत्या -क्षेप# नहीं हुआ करते।
सीमित गर्वित सपने और भाव बस तेरे हैं
रखो सम्भाल ख़ुशी से हम खेप नहीं हुआ करते।
* वक्त पीछे करना
# cross ऑब्जेक्शन
ह्रदय से निकाला, हम चेप नहीं हुआ करते।
टूटे हैं भाव ह्रदय के, तोड़े सपने अपनों ने
जो हैं अपने, उनपे आक्षेप नहीं हुआ करते।
अपना समझा तो कैसे जीना हुआ दूभर
क्रोध से तो काल -क्षेप* नहीं हुआ करते।
इतना ही कहा चलो आसमां समन्दर तक
यकीं जानो हर रिश्ते में रेप नहीं हुआ करते।
हम ह्रदय पर चलती हल्की सी कलम हैं
दबाव दूर राय में भी हस्तक्षेप नहीं हुआ करते।
हम तुम्हारा मान और स्वाभिमान बने हैं
इतराओ नज़रे उठाओ यूँ झेंप नहीं हुआ करते।
जाना है बस जाने की खातिर तो साफ़ कहदो
झूठी मुठी यूँ तो प्रत्या -क्षेप# नहीं हुआ करते।
सीमित गर्वित सपने और भाव बस तेरे हैं
रखो सम्भाल ख़ुशी से हम खेप नहीं हुआ करते।
* वक्त पीछे करना
# cross ऑब्जेक्शन
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