तेरा इंतज़ार
होता नहीं है मुझसे
अब और प्यार
होता नहीं है मुझसे,
दरवाजे सारे बंद
करे घर के
तेरा दीदार होता
नहीं है मुझसे.
तूने तोड़ा है ऐसा
भरोसा मेरा
अब औरों पे यार होता
नहीं है मुझसे,
खाने को घर में
है नहीं कुछ
तेरा सत्कार
होता नहीं है मुझसे,
वक़्त ने डुबोया
है ऐसा मुझको
सुखा दरिया भी
पार होता नहीं है मुझसे,
करते होंगे लोग रिश्तों
का क़त्ल
क्या करें यार मार
होता नहीं है मुझसे,
मैं अपने बड़ो को
सब दे दूं
ऐसा कोई करार
होता नहीं है मुझसे,
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