Monday, November 4, 2013

तेरे बिन दीवाली............

ले फिर मना ली
तेरे बिन दीवाली

मन उडार निराली
ना आने पे सब खाली 
तेरे बिन दीवाली

ख्वाबों में आहट पा ली
घी जोत जला ली
तेरे बिन दीवाली

अँखिया सम्भाली
मुस्कान जाली
तेरे बिन दीवाली

आस टूटी डाली
न कोई रखवाली
तेरे बिन दीवाली

आदत बना ली
बेकार वाली
तेरे बिन दिवाली

कृष्ण बिन आली
पूरा जीवन खाली
खाली पूरी थाली

ले फिर मना ली
तेरे बिन दीवाली

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