Friday, November 4, 2011

जाने क्यों तुम्हे लगा आज ....

वक़्त की चमक इन आँखों में
प्यार का हर सबक इन आँखों में
जाने क्यों तुम्हे लगा आज 
हम बदले से हैं, जी जान आँखों में/


है वही प्यार हमारी आँखों में 
गहराता इंतजार आँखों में 
है शायद बात नहीं कोई 
यही बात हमारी आँखों में,

समाया काम का बोझ आँखों में
जाने कितनी सोच आँखों में
है वही नदी, किनारा, हवाए
भरा सब जोश इन आँखों में,

गर जान नहीं दिखी आँखों में
है तुम्हारी पहुँच आँखों में
भर नजर प्रेम से देखा होता
फिर दीखता सब मदहोश आँखों में

वक़्त की चमक इन आँखों में
प्यार का हर सबक इन आँखों में
जाने क्यों तुम्हे लगा आज 
हम बदले से हैं, जी जान आँखों में/

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