Monday, August 5, 2013

मेरी बिसात क्या .....

गर्म साँसे
जब जान लेने लगेंगी
जब अधर तुम्हारे
होंगे व्याकुल
बाहें कसमसायेंगी
और
आँखे
हाँ
वो ही
उफ्फ नशीली
मासूम
आँखे कह देंगी
आ जाओ !
तो
कसम तुम्हारी
मौला भी
एक बारगी
तुम्हे चूमने को
धरती पे
बेपरवाह
आयेगा
फिर
मेरी बिसात क्या
ले संभाल
हुआ तेरा
मैं तो मेरी जान।




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