इरादा ऐसा होना चाहिए
जो है अपना उसे ना खोना चाहिए,
जो है अपना उसे ना खोना चाहिए,
मैं रोक चुका हूं खुद को बहुत
क्या मुझे अब भी ना रोना चाहिए।
ढूंढते हैं दुनिया के ऐशो आराम
उसे प्यार नहीं थोड़ा सोना चाहिए।
बधाई दे रहे लोग उसे मेरे सामने
क्या मुझे वहां ना होना चाहिए।
आंसू जिसे भिगो ना सके
ऐसा दामन ना पिरोना चाहिए।
जो दाग बस हमे महसूस हों
क्या उन्हे ना धोना चाहिए।
ये कैसे हुआ कि छत टपक गयी
गाँव की मिटटी को ना चोना चाहिए।
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